Saturday, September 22, 2012

अब पश्चिम बंगाल में भी कांग्रेस और टीएमसी की राहें जुदा


 केंद्र में नाता टूटने के बाद अब पश्चिम बंगाल में भी कांग्रेस और टीएमसी की राहें जुदा होंगी। कांग्रेस कोटे के 6 मंत्री शाम पांच बजे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा सौंपेंगे। इनमें दो कैबिनेट मंत्री और चार राज्यमंत्री शामिल हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्या ने आरोप लगाया कि रिश्ते तोड़ने के लिए टीएमसी ही जिम्मेदार है। टीएमसी के यूपीए सरकार से अलग होने के बाद बंगाल कांग्रेस भी ममता सरकार से हाथ खींच लेगी। तृणमूल सरकार में कांग्रेस का कोई भी मंत्री खुश नहीं था। ममता किसी को भी अपनी मर्जी से काम नहीं करने देती थीं। कांग्रेस का ये भी मानना है कि राज्य की जनता ने वोट गठबंधन को दिया था सिर्फ ममता बनर्जी को नहीं। ऐसे में आने वाले नगर निगम चुनाव में टीएमसी को हकीकत का अंदाजा हो जाएगा।बनर्जी भी कांग्रेस पर लगाती रही हैं, कि उनके मंत्रियों को काम नहीं करने नहीं दिया जाता। फिलहाल अब गठबंधन टूटने पर दोनों ही पार्टियों को इसका जरा भी अफसोस नहीं है। ममता के जाने से जहां केंद्र सरकार को बहुमत के आंकड़े को लेकर कोई खतरा नहीं दिख रहा तो वहीं, ममता सरकार को भी कांग्रेस के समर्थन वापस लेने से कोई परेशानी नहीं है। पश्चिम बंगाल में कुल 294 सीट हैं। लेकिन टीएमसी के पास बहुमत के लिए जरूरी 148 से कहीं ज्यादा 184 सीट हैं जबकि कांग्रेस के पास 42 सीट हैं। इसके अलावा ममता को एसयूसीआई और गोरखाजन मुक्ति मोर्चा का भी समर्थन हासिल हैबंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्या ने कहा कि टीएमसी ने उनकी पार्टी के साथ रिश्ते तोड़े हैं। कांग्रेस पार्टी के पास सूबे में सरकार से इस्तीफा देने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। अगर टीएमसी ने एकला चलो की नीति अपना ली है तो कांग्रेस इसमें क्या कर सकती है.
ममता ने फेसबुक पर लिखा, मैं पूछना चाहती हूं कि आम आदमी की परिभाषा क्या है? लोकतंत्र की परिभाषा क्या है? क्या यह स्पष्ट नहीं है कि आम आदमी के नाम का इस्तेमाल और सत्ता का दुरूपयोग‘आम आदमी को समाप्त करने के लिए किया जा रहा है। क्या यह सोची समझी चाल है? ममता बनर्जी की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के राष्ट्र के नाम संबोधन के तुरंत बाद सामने आई है जिसमें उन्होंने डीजल की कीमतों में वृद्धि और बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के हाल के फैसले का बचाव किया।

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