नई दिल्ली : झारखंड के मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा पर आरोप है कि उन्होंने मनोज जायसवाल के लिए जमीन पर अवैध ढंग से कब्जे दिलवाने में मदद पहुंचाया और उनकी कंपनी के लिए कोयला आवंटन की खातिर सिफारिश की . सी बी आई कोयला ब्लॉक आवंटन में अनियमितता के सिलसिले में अभिजीत ग्रुप के मालिक मनोज जायसवाल से पूछताछ करने जा रही है इससे पहले कल कोयला ब्लाक आवंटन मामले में सीबीआई ने एएमआर आयरन एंड स्टील प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अरविन्द जायसवाल से उनकी कंपनी को महाराष्ट्र के बांदेर कोयला ब्लाक के आवंटन में कथित तौर पर गलत जानकारी देने और तथ्यों को छिपाने के सिलसिले में पूछताछ की।सीबीआई ने दर्ज प्राथमिकियों में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विजय दरडा, उनके बेटे देवेंद्र के साथ अन्य पूर्व और मौजूदा निदेशकों के नाम दर्ज किए हैं, जिनमें विजय के भाई राजेंद्र दरडा के साथ मनोज जायसवाल, अनंत जायसवाल और अभिषेक जायसवाल हैं। एजेंसी मनोज जायसवाल से पूछताछ करेगी। वह भी मुख्य आरोपी हैं और उनका नाम पांच प्राथमिकियों में से तीन में है। जांच एजेंसी की प्राथमिकी में जायसवाल का नाम लिया गया है। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि कंपनी ने तथ्यों को छिपाया और गलत तरीके से पेश किया कि उसके समूह की फर्मों को पहले ही कोयला ब्लाक आवंटित हो चुके हैं तथा वह वित्तीय रूप से ब्लाक पाने की योग्यता रखती है। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि एजेंसी कंपनी के अन्य निदेशकों को भी पूछताछ के लिए बुला सकती है जिसमें उसके भाई मनोज तथा कांग्रेस सांसद विजद दर्डा के पुत्र देवेन्द्र शामिल है। वे भी कंपनी के खिलाफ मामले में आरोपी हैं।सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने आरोप लगाया है कि कंपनी ने गलत ढंग से और जानबूझ कर इस तथ्य को छिपाया कि उसके समूह की कंपनियों को पहले ही पांच ब्लाक आवंटित किये जा चुके हैं। इसके पीछे मकसद यह था कि इस बारे में पड़ताल से बचा जा सके क्योंकि ऐसा होने पर उसका दावा कमजोर पड़ जाएगा। जायसवाल से इन आरोपों के सिलसिले में पूछताछ की गयी है कि कंपनी ने ब्लाक हासिल करने के मकसद से कथित तौर पर वित्तीय योग्यता साबित करने के लिए यह गलत दावा किया कि उसने लोकमत समूह और आईएलएफस के साथ मिलकर विशेष कंपनी का गठन प्रस्तावित किया है। उसने प्रस्तावित विशेष कंपनी के संयुक्त नेटवर्थ को कंपनी का नेटवर्थ बताया। विजय दर्डा ने अपने खिलाफ सभी आरोपों से इंकार किया है।
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