Tuesday, October 9, 2012

अरविंद केजरीवाल ने राबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के सौदे की जांच की मांग की

 अरविंद केजरीवाल ने राबर्ट वाड्रा और रियल एस्टेट क्षेत्र की डीएलएफ के बीच हुए सौदे की जांच कराने की मांग की है। केजरीवाल का आरोप है कि डीएलएफ ने वाड्रा को 65 करोड़ रुपये का बिना किसी गारंटी के ब्याज मुक्त कर्ज दिया। इसके अलावा डीएलएफ ने अपनी 300 करोड़ रुपये की संपत्ति काफी सस्ते दाम पर वाड्रा को बेची। चिदंबरम ने कहा कि इस मामले पर वह सरकार की तरफ से जवाब नहीं दे सकते क्योंकि यहां यह मामला नहीं है। मेरा मानना है कि जिन्होंने आरोप लगाया उन्होंने अपनी बात कह दी है, संबंधित कंपनी और व्यक्ति ने भी अपनी बात रख दी है। वाड्रा और उनकी कंपनियों तथा डीएलएफ के बीच हुए व्यापारिक सौदों की जांच की मांग करने वाले केजरीवाल ने यह संकेत दिया है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद पर की गई कृपादृष्टि के आरोपों पर मंगलवार को और जानकारी मुहैया कराएंगे।
 वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने अरविंद केजरीवाल की ओर से लगाए गए आरोपों के मद्देनजर राबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के बीच व्यापारिक सौदों की जांच की मांग खारिज कर दी। वाड्रा और डीएलएफ के बीच करोड़ों के सौदे को लेकर एक ओर जहां गरमागरमी जारी है, चिदंबरम ने कहा कि सरकार निजी सौदों की जांच तब तक नहीं करा सकती जब तक भ्रष्टाचार के कोई विशिष्ट आरोप नहीं हों। वित्त मंत्री ने कहा कि जब तक किसी के बदले में कुछ लेने देने अथवा भ्रष्टाचार के विशिष्ट आरोप सामने नहीं आते, मुझे नहीं लगता कि तब तक निजी सौदों की जांच केवल इस आधार पर की जा सकती कि इसका इशारा किया गया है अथवा ऐसा आरोप लगाया गया है। 

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