Tuesday, November 6, 2012

नितिन गडकरी के इस्तीफे पर बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक

नितिन गडकरी के इस्तीफे को लेकर उठ रहे सवालों के बीच आज शाम बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक हो रही है। बैठक में पार्टी गडकरी के साथ खड़े होने की बात करेगी। उधर, सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर लिखा है कि गडकरी का साथ न देने की खबर गलत है। मैं हमेशा गडकरी के साथ हूं।इससे पहले नितिन गडकरी पर पार्टी के अंदर से ही हमले तेज हो गए हैं। पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजेठमलानी ने गडकरी पर तीखा हमला बोलते हुए उनके इस्तीफे की मांग कर दी।
राम जेठमलानी ने कहा कि गडकरी पर लगे वित्तीय गड़बड़ियों के आरोपों के चलते पहले ही पार्टी को काफी नुकसान हो चुका है। उनका यह भी दावा है कि पार्टी में कई और नेता गडकरी के इस्तीफे के पक्ष में हैं। उन्होंने यशवंत सिन्हा और जसवंत सिंह का नाम लेते हुए कहा कि वह भी गडकरी के इस्तीफे की मांग पर सहमत हैं। इसे लेकर जेठमलानी ने तीनों के नाम पर एलके आडवाणी को एक चिट्ठी भी लिखी है।गडकरी को अध्यक्ष पद से हटाने की इस मुहिम के बीच अध्यक्ष पद के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम भी कुछ लोग उछाल रहे हैं, लेकिन गुजरात बीजेपी के सूत्रों से जानकारी मिली है कि मोदी कम से कम गुजरात चुनावों तक अध्यक्ष बनने को तैयार नहीं हैं।सूत्रों का कहना है कि मोदी दिल्ली में पार्टी के भीतर जारी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। साथ ही मोदी नहीं चाहेंगे कि यशवंत सिन्हा या जसवंत सिंह जैसे नेता अध्यक्ष की कुर्सी संभालें। 
सूत्रों के मुताबिक, वह अरुण जेटली जैसे भरोसेमंद साथी ही इस पद के लिए चाहेंगे।दूसरी तरफ बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने विवेकानंद और दाऊद इब्राहिम के आईक्यू पर दिए अपने बयान पर खेद जताया है। गडकरी ने एक बयान जारी कर कहा है कि स्वामी विवेकानंद हमेशा से बीजेपी के लिए प्रेरणास्रोत रहे हैं। मेरे दिल में भी उनके लिए इज्जत रही है।गडकरी ने कहा कि मैंने कहा था कि स्वामी विवेकानंद ने अपनी पूरी जिंदगी मानवता के कल्याण में लगा दी। मुझे इस बात से दुख पहुंचा है कि मेरे बयान को गलत तरीके से समझा गया। मैं यह दोहराना चाहता हूं कि मैंने स्वामी विवेकानंद की तुलना किसी से नहीं की। फिर भी किसी को मेरे बयान से दुख पहुंचा है तो इसके लिए मैं खेद जताता हूं।
बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर पद छोड़ने के बढ़ते दबाव के बीच पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज उनके समर्थन में उतर आयी हैं। सुषमा ने मंगलवार को सोशल मीडिया साइट टिवटर पर लिखा है कि मीडिया में आ रही यह खबर पूरी तरह गलत है कि वह गडकरी का समर्थन नहीं कर रही है। स्वराज ने अपने ट्वीट में कहा कि मैंने हमेशा उनका समर्थन किया है और मैं अपना समर्थन दोहरा रही हूं। भाजपा के चार बड़े नेताओं ने खुलकर गडकरी को अध्यक्ष पद से हटाने की हिमायत की है.इसके बाद ये सवाल महत्वपूर्ण हो गया है कि क्या नितिन गडकरी को दरवाज़ा दिखा दिया जाएगा?
जेठमलानी ने विवेकानंद और दाउद इब्राहिम के आईक्यू की तुलना के गडकरी के बयान की भी खिंचाई करते हुए इसे मूखर्ता से भरा बयान बताया। सोमवार को ही राम जेठमलानी के बेटे महेश जेठमलानी ने गडकरी के विरोध में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा दे दिया था।  मंगलवार को ही बीजेपी के कई नेताओं की आपस में मुलाकात हुई। गडकरी ने भी सुषमा स्‍वराज और अरुण जेटली से मुलाकात की। दूसरी तरफ आरएसएस के विचारक एस. गुरुमूर्ति ने लालकृष्‍ण आडवाणी से मुलाकात की। इसी मुद्दे को लेकर बीजेपी कोर ग्रुप की मंगलवार को सात बजे शाम बैठक होने की संभावना है। 



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