भाजपा ने किया आडवणी से किनारा?
मुंबई. नितिन गडकरी के दोबारा अध्यक्ष
बनने को लेकर भाजपा में बड़े झगड़े की अटकलें हैं। बताया जा रहा है कि गडकरी की
दोबारा ताजपोशी का रास्ता पार्टी में साफ तो कर दिया गया है, लेकिन वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी इससे खुश नहीं हैं। इस बीच, पार्टी के दागी और दक्षिण भारत
के कद्दावर नेता बीएस येदियुरप्पा ने भी आडवाणी को एक तरह से झटका दिया है।
कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने पहुंचे येदियुरप्पा ने फिर नरेंद्र मोदी के
प्रधानमंत्री बनने की वकालत कर डाली। 2014 में लोकसभा चुनाव
होना है और गडकरी के नेतृत्व में इस चुनाव में भाजपा की बेहतर संभावनाओं को लेकर
शक जताया जा रहा है। ऐसी खबर है कि गडकरी को दोबारा पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने से नाराज आडवाणी आज बीजेपी की रैली में शामिल नहीं होंगे। मुंबई में बीजेपी की हो रही यह
रैली पेट्रोल के दाम बढाए जाने के खिलाफ है।
आडवाणी
बी.एस. येदियुरप्पा से भी नाराज बताए जा रहे हैं। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री
येदियुरप्पा मुंबई में चल रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा
लेने मुंबई पहुंचे हैं। येदियुरप्पा ने कहा है कि पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी को
लगातार दूसरी बार अध्यक्ष बनने पर बधाई देने के लिए वह मुंबई आए हैं। येदियुरप्पा
ने मोदी के पीएम की उम्मीदवारी का समर्थन किया है। भ्रष्टाचार
के आरोपों पर मुख्यमंत्री पद गंवाने के बाद येदियुरप्पा एवं पार्टी के शीर्ष
नेतृत्व के संबंधों में तनाव चल रहा है। येदियुरप्पा का राज्य के वर्तमान
मुख्यमंत्री एवं अपने उत्तराधिकारी सदानंद गौड़ा से भी मनमुटाव हो गया है जिनका
चयन उन्होंने खुद किया था। भाजपा ने गुरुवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी समित से
संजयजोशी का इस्तीफा दिलाने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को बैठक
में भाग लेने के लिए मनाया था। इसके बाद पार्टी के संविधान में संशोधन करते हुए
नितिन गडकरी को लगातार दूसरी बार पार्टी अध्यक्ष बनाया गया। हालांकि आडवाणी ने
संविधान संशोधन प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया था। भाजपा की इस अंदरूनी खींचतान पर शिवसेना ने भी तीखा तंजकसा है।
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