तूफान सैंडी ने भारतीय समयानुसार तड़के सुबह अमेरिका के न्यू जर्सी राज्य के अटलांटिक शहर में सबसे पहले दस्तक दी। तूफानी हवाओं के साथ तेज बारिश से सड़कों पर पानी भरना शुरू हो गया है। समंदर में सामान्य से 11 फीट ऊंची लहरें उठनी शुरू हो गई हैं। जानकारों के मुताबिक अमेरिका के इतिहास में ये सबसे बड़ा तूफान है जिसे आम अमेरिकी शहरी ने अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखा था।अमेरिका के नेशनल हरीकेन सेंटर के मुताबिक सैंडी तूफान की रफ्तार थोड़ी कम हो गई है और ये हरीकेन से पोस्ट ट्रॉपिकल स्ट्रॉम में तब्दील हो गया है।लोगों को एहतियातन घरों में रहने के लिए कहा गया है। जिन जगहों पर नुकसान की ज्यादा संभावना है वहां के घरों में भी लोगों को रुकने नहीं दिया जा रहा है। सिर्फ न्यू यॉर्क शहर में करीब 4 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। डेलावेयर से 50,000 लोगों को निकाला गया। अटलांटिक शहर से 30,000 लोगों को निकाला गया।तूफान के खतरे को भांपते हुए लोग खाने-पीने के सामान को जुटाने में लग गए हैं। तूफान का सामना करने के लिए लोग खुद को तैयार कर चुके हैं। साल 1888 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब खराब मौसम की वजह से न्यू यॉर्क स्टॉक एक्सचेंज को लगातार दो दिन बंद किया गया। यही नहीं न्यू यॉर्क में मौजूद संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय को भी दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है।उधर राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने सभी चुनावी दौरों को रद्द कर दिया है। वो खुद हालात का लागातार जायजा ले रहे हैं। ओबामा ने लोगों से अपील की है कि तूफान को हल्के में न लें।
सैंडी तूफान ने कैरिबियाई देशों में अब तक 67 जान ले चुका है जिसमें सिर्फ हैती में 51 लोगों की मौत हुई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक तूफान सैंडी करीब 48 घंटों तक अमेरिका में तबाही फैलाएगा। इसके बाद इसका असर कम होता जाएगा। लेकिन तब तक सैंडी कितनी तबाही मचा चुका होगा कोई नहीं कह सकता लेकिन अभी-भी अमेरिका पर खतरा बरकरार है। एक अनुमान के मुताबिक करीब 6 करोड़ लोगों पर तूफान का असर होगा। 12 राज्यों के 23 लाख से ज्यादा घरों में बिजली गुल है। 10,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं। 7 शहरों में इमरजेंसी लागू कर दी गई है। खतरे को देखते हुए न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज, यूएन मुख्यालय बंद कर दिए गए हैं।अमेरिका इस वक्त सबसे बड़े खतरे से जूझ रहा है। सैंडी तूफान ने अमेरिका में दस्तक दे दी है। न्यूजर्सी राज्य सबसे पहले इसकी चपेट में है। न्यूयॉर्क में भी सैंडी ने दस्तक दे दी है। सैंडी तूफान से अबतक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। तेज हवाओं के साथ बारिश लगातार हो रही है। कई शहरों में सैलाब जैसे हालात पैदा हो रहे हैं। पानी भरने से न्यूयॉर्क इंटरनेशनल एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है। न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में भी 3 फीट पानी भर गया है।90 मील प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान सैंडी ने भारतीय समयानुसार तड़के सुबह अमेरिका के न्यू जर्सी राज्य के अटलांटिक शहर में सबसे पहले दस्तक दी। तूफानी हवाओं के साथ तेज बारिश से सड़कों पर पानी भरना शुरू हो गया है। समंदर में सामान्य से 11 फीट ऊंची लहरें उठनी शुरू हो गई हैं। जानकारों के मुताबिक अमेरिका के इतिहास में ये सबसे बड़ा तूफान है जिसे आम अमेरिकी शहरी ने अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखा था।तूफान से होने वाली तबाही को देखते हुए अमेरिका को एक तरह से बंद कर दिया गया है। सात शहरों न्यूयॉर्क, मैसाचुसेट्स, न्यू जर्सी, मैरीलैंड, वाशिंगटन, पेनसिल्वेनिया, कनेक्टिकेट में इमरजेंसी लागू है। इन शहरों की मेट्रो, रेल, और बस सेवाएं पूरी तरह बंद कर दी गई हैं। शहरों के स्कूल, मॉल, सुपर स्टोर सब बंद कर दिए गए हैं।न्यूयॉर्क में 76 राहत केंद्र बनाए गए हैं। न्यू यॉर्क के सभी स्कूल बंद हैं। न्यूयॉर्क के 468 सबवे स्टेशन बंद हैं। न्यूयॉर्क की बस और रेल सेवा भी बंद है। यही नहीं अमेरिका में शनिवार से अबतक 10, 000 से ज्यादा उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं।
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