Saturday, October 13, 2012

16 अक्टूबर को बीजेपी प्रेज़िडेंट नितिन गडकरी का पर्दाफाश


 16 अक्टूबर को इंडिया अगेंस्ट करप्शन  ऐक्टिविस्ट अंजलि दमानिया ने बताया कि उनके पास बीजेपी प्रेज़िडेंट नितिन गडकरी के साथ 3 मीटिंग के सबूत हैं और वह अरविंद केजरीवाल के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनका पर्दाफाश करेंगी।2014 के लोकसभा चुनाव को लेकर अरविंद केजरीवाल की प्रस्तावित पॉलिटिकल पार्टी के बारे में लोगों से बात करने आईं अंजलि ने कहा, 'मैंने गडकरी के खिलाफ सबूत इकट्ठे कर लिए हैं। नागपुर आने का यह भी एक मकसद था। अंजलि ने करीब 2 हफ्ते पहले गडकरी पर महाराष्ट्र के सिंचाई घोटाले को दबाने का आरोप लगाया था। अंजलि के मुताबिक सिंचाई घोटाले में बीजेपी सांसद अजय संचेती और एनसीपी नेता अजीत पवार शामिल हैं। जब वह इस मामले को लेकर गडकरी के पास गईं तो उन्होंने मदद करने से इनकार कर दिया और उन्हें मामले में आगे नहीं बढ़ने को कहा .  गडकरी ने कहा कि शरद पवार उनकी पार्टी के लिए कुछ करते हैं और उनकी पार्टी पवार के लिए कुछ करती है। हालांकि अंजलि ने जब आरोप लगाया था तो उन्होंने सबूत न होने की बात कही थी, लेकिन बाद में उन्होंने कहा था कि वह सबूत पेश करेंगी।अंजलि के मुताबिक, वह गडकरी से उनके किसी जानकार के जरिए 14 अगस्त को मिली थीं। अंजलि ने कहा, 'सभी सिंचाई प्रॉजेक्ट्स में नेताओं-ठेकेदारों के बीच रिश्तों के बारे में हर कोई जानता है। राज्य सभा सांसद अजय संचेती और एमएलसी मितेश भांगडिया, दोनों सिंचाई ठेकेदार हैं और गडकरी के करीबी हैं। इसके पहले गडकरी का एक लेटर सामने आया था, जो उन्होंने महाराष्ट्र के एक मेगा डैम प्रॉजेक्ट से जुड़े कॉन्ट्रेक्टरों के लिए फंड रिलीज करने की मांग को लेकर केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय को लिखा था। इस प्रॉजेक्ट से अजय संचेती और मितेश भांगडिया बतौर ठेकेदार जुड़े हुए हैं . अंजलि ने महाराष्ट्र में चीनी मिलों के आवंटन में भी सांठ-गांठ का आरोप लगाया और कहा कि इसमें पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के साथ कई बड़े नेताओं के करीबियों को फायदा पहुंचाया गया। उन्होंने कहा, 'एक भी चीनी मिल किसी आम आदमी को नहीं दी गई। केवल नेताओं को चीनी मिलें दी गईं, जिनमें केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, पूर्व उप मुख्यमंत्री अजीत पवार, सीनियर बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे और बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी शामिल हैं।'


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